सुबह की सूर्य के किरणों की आशा रुपी तेजस्वी लालिम | हिंदी कविता

"सुबह की सूर्य के किरणों की आशा रुपी तेजस्वी लालिमा, निराशा के घने अंधेरे को जब उजालों से ओझल कर देती है, प्रकृति की ये मनमोहक छवि तब आंतरिक मलीनता को कर दूर, अंतर्मन के कण-कण को कर पावन हृदय को शांति और सुकून से भर देती है। ©Sonal Panwar"

 सुबह की सूर्य के किरणों की 
आशा रुपी तेजस्वी लालिमा, 
निराशा के घने अंधेरे को जब 
उजालों से ओझल कर देती है, 
प्रकृति की ये मनमोहक छवि 
तब आंतरिक मलीनता को कर दूर, 
अंतर्मन के कण-कण को कर पावन
हृदय को शांति और सुकून से भर देती है।

©Sonal Panwar

सुबह की सूर्य के किरणों की आशा रुपी तेजस्वी लालिमा, निराशा के घने अंधेरे को जब उजालों से ओझल कर देती है, प्रकृति की ये मनमोहक छवि तब आंतरिक मलीनता को कर दूर, अंतर्मन के कण-कण को कर पावन हृदय को शांति और सुकून से भर देती है। ©Sonal Panwar

Good Morning Wishes👍🫶❤✨ #GoodMorning #Morning #morning_thoughts #Poetry #Nojoto

People who shared love close

More like this

Trending Topic