नटखट छेल छबीला
सप्तरंगी रंगीला ...
अपरम जिसकी लीला
नैन नशीला ....
हर ब्रजबाला जिसकी दीवानी
अतरंगी जिसकी नादानी
ओ यमुना का पानी
कहे थके ना जिसकी कहानी
जो हर नैनन को भाए
जो बड़ी हुड़दंग मचाए
जिसे कहते माखन चोर
जिससा ना कोई ओर ..
यशोदा का दुलारा
वो छोरा बंसीवाला
गोकुल का रखवाला
जो बड़ा ही है दिलवाला
राधा का वो प्रियतम
जो बड़ा ही सयाना है
वो कान्हा है वो कान्हा
वो अपना हां कान्हा है
©Rajeev Ranjan
#janmashtami