और मैं फिर से उन रिश्तों को बचाने में जुटा था जिन्होंने अरसे पहले मेरे सामने दम तोड़ा था...
सोचा एक मुस्कुराहट से भी भूले जायेंगे खुद के दिए जख्मों को,खुद देकर जख्म जिन्होंने खुद मुंह मोड़ा था।।
पर मुझसे अब मुनासिब नहीं...
©the_unsung_teller
अब मुनासिब नहीं मुझे ...
#power_of_words