तारे कभी उस आसमान की तरफ देख कर शिद्दत से उन तारों को पुछो...
शायद वो भी इन करोडों में तन्हा सा अकेला ही होगा,
उस आसमान में कितने हैं उस जैसे??
टूटता हैं ,वो भी किसी दर्द के साथ, तभी तो
सब की इच्छा पूरी करता होगा
फिर भी इस करोडों की भीड में.....
वो खुद बस एक ही अपने जैसा होगा!!
~~☆shona☆~~