मुसलसल खर्च होते जा रहे हैं ज़िंदगी के दिन। दफन सी | हिंदी शायरी

"मुसलसल खर्च होते जा रहे हैं ज़िंदगी के दिन। दफन सीने में ख्वाबों की एक लंबी कतार है।। कविवंश…✍️ ©Vansh Thakur"

 मुसलसल खर्च होते जा रहे हैं ज़िंदगी के दिन।
दफन सीने में ख्वाबों की एक लंबी कतार है।।

कविवंश…✍️

©Vansh Thakur

मुसलसल खर्च होते जा रहे हैं ज़िंदगी के दिन। दफन सीने में ख्वाबों की एक लंबी कतार है।। कविवंश…✍️ ©Vansh Thakur

#कविवंश…✍️

People who shared love close

More like this

Trending Topic