होती है कुछ बातें ऐसी ,
जो हम लब्ज़ो में बयां नहीं कर पाते हैं,
पर क्या करें आपने जख्म ही इतने गहरे दिये हैं कि,
लब्ज़ो से ना सही पर आखों से वो बयां हो जाते है ।
हम लाख कोशिशें करे आपको भुलाने की ,
पर ये दिल हमारी सुनता कहाँ है,
गुस्से में ही सही पर आपकी याद दिला ही जाता है ।।
- गोकुळ सूर्या
#शायरी