और फिर इक दिन।
बिना कहे कुछ इक दूजे से ,
वो जुदा हो गए।
थे जो कई जज्बात बंया करने को ,
वो सिर्फ कहकर की ख्याल रखना ,
मिले समय तो एक फोन घूमना,
दोनों अपने अपने रास्ते को मुड़ गए।
अरसे हुए ,
पर न कोई पैगाम आया,
ना ख्याल।
बस एक काश लगाकर अपने ख्यालों में,
दोनो ही अपनी ज़िंदगी में आगे बड़ गए।
©Ujjwal Kaintura
#relaxation और फिर इक दिन।
बिना कहे कुछ इक दूजे से ,
वो जुदा हो गए।
थे जो कई जज्बात बंया करने को ,
वो सिर्फ कहकर की ख्याल रखना ,
मिले समय तो एक फोन घूमना,
दोनों अपने अपने रास्ते को मुड़ गए।
अरसे हुए ,