"इतनी तो पानी से नहीं धोई आंखे
जितनी तेरी याद में भिगोई आंखे
तुम्हें तो फर्क पड़ा नहीं कभी तुम क्या जानो
कितने अरसे से नहीं सोईआंखे
ना भीगती है ना झपकती है पलकें अब तो
तेरे इंतजार में जा जाने कितना रोइ आंखें
रात रात भर जाग लिखते रहे तेरे बारे में
तुम्हें पढ़ -2 कितना उदास होई आंखें
इतनी तो पानी से नहीं धोई आंखे
जितनी तेरी याद में भीगी आंखें ✍️mahi✍️ 👁️👁️"