"अंदर का मैल उतारो" _ नई गजल I New Hindi Gazal Poetry
लेखन और आवाज़: विक्रांत राजलीवाल
"विक्रांत राजलीवाल की गजल 'मुझ को पढ़ना है, तो पहले अन्दर का मेल उतारो, और प्रेम को जानो' के जरिए एक नयी दिशा में अपना सफर आरंभ होता है। उनके शब्दों में समाहित विचार और गहराई से प्रेरित इस गजल में एक अनूठी सकारात्मकता बसी है, जो अपने आप में एक आत्मिक साक्षात्कार का अनुभव प्रदान करती है।
listen: https://youtu.be/-IRrHKt07Wk?feature=shared