वो भारत का रखवाला, मेरा वतन, खुशियों का चमन,
करती हूं मैं इसको नमन,,
ये है मेरी कहानी, बीतेगी यही जवानी,
जैसे बीता सारा बचपन,,
देखी नही जो कही, देखलो यही
वीरों की कुरबानी,
अनगिनत थे देशप्रेमी जो, वतन पे
मिटके बने बलिदानी,,
माओ ने लुटा दिए अपनें कोख के लाल
ना जाने कितनी बहनों का खाली गया रक्षाबंधन,,
©Pagal Sba
#saviour