किसी ने सच कहा है+
तू हस के जी या रो के जी
एक उम्र तो तुमको जीना है
जो झूठ के पीछे भागे तू
हर मोड़ पे झूठ को सहना है
जब आज नहीं कल मरना है किस बात से इतना डरना है
चल फिर खुशियों से मिलते हैं
चल फिर खुद से मिलते हैं
चल फिर जीरो पे चलते हैं
©Balmiki Choudhary