मिले थे जब तुम पहली वार
वो भी क्या दिन था यार
ये दिल था तुम्हारे लिए बेकरार
तेरा उस गली से निकलने का हमे रहता था इंतजार
तेरा वो मुस्कराना कत्ल करता था हजार
जान डाल देती थीं तेरी एक मुस्कराहट जो था बेजार
अब कहाँ वो लम्हे अब कहाँ वो बातें अब कहाँ वो इंतजार
अब तो हर सुबह आवाज आती है
सुनो गैस पे चाय चढ़ा दी है उबल जाए तो दूध डाल देना
बेटे के स्कूल का टाइम हो गया है जरा उठा देना
अरे चाय में चीनी भी मिला देना
अबतो ये दिल साहब चाय में चीनी और दूध में लगा रहता है
और वो हमसे कहता है तू हमे पहले से प्यार नही करता है।
©sunny khanna
#retro