"कौन कहता है मोहब्बत की नहीं जाती..
हो जाती है.. आज मोहब्बत की जाती है
वो भी कुछ इसी तरह..
मोहब्बत .. पैसों को देखकर करते हैं
मोहब्बत .. रंग रूप देखकर करते हैं
मोहब्बत.. शोहरत देखकर करते हैं
और कुछ..
मोहब्बत..ज़रूरत को देखकर करते हैं
दोस्ती भी कुछ ऐसे ही हो गई है
बस मोहब्बत की जगह दोस्ती लिख दीजिए।
©Dil_ki.dastaan"