बचपन और शैतानी काग़ज़ की कश्ती थी,
पानी का किनारा था...
खेलने की मस्ती थी,
ये दिल भी आवारा था...
कहां आ गए इस समझदारी
के दल दल में...
वो नादान बचपन ही कितना
प्यारा था...
- बचपन
दिल तो बच्चा ही है ना
#bachpan Anshu writer meesh... writer Sunita singh Priya Nikalje Priya Nikalje