बैठ कर पीछे मेरी गाड़ी में वो, मोहब्बत के सारे गी | हिंदी Shayari
"बैठ कर पीछे मेरी गाड़ी में वो,
मोहब्बत के सारे गीत सुनाती थी..
मैं उसे रेस्टोरेंट में सबके सामने किस करूं,
इसलिए वो हरी मिर्च तक खाती थी..
अब कहां गया तेरा प्यार और तेरी मोहब्बत,
जो मुझे पाने की खातिर सबसे झगड़ जाती थी..."
बैठ कर पीछे मेरी गाड़ी में वो,
मोहब्बत के सारे गीत सुनाती थी..
मैं उसे रेस्टोरेंट में सबके सामने किस करूं,
इसलिए वो हरी मिर्च तक खाती थी..
अब कहां गया तेरा प्यार और तेरी मोहब्बत,
जो मुझे पाने की खातिर सबसे झगड़ जाती थी...