वो भी तैयार हैं हमे प्यार करने के लिए
हम भी तैयार हैं इस ग़ज़ब इश्क के लिए
मेरे ख़्वाब अलग हैं मैं हूँ "राशिद मोमिन"
उसके ख़्वाब नहीं हैं तुम्हें बताने के लिए
उसके हुस्न-ए-तारीफ मैं लिख तो दु बहुत कुछ
मगर मेरी ग़ज़ले नहीं हैं तुम्हें सुनाने के लिए
©Rashid MoMeen