जब कभी मन बहुत अधिक उदास होता है,
मुस्कुराते मुस्कुराते दुःख का आभास होता है।
बातें जो सालों पहले दफ़ना चुका मैं,
अचानक से आ कर मेरा दिल दुखाती है,
चेहरे पर ठगे जाने की मुस्कान होती है,
पर आँखों में अनचाही नमी लाती हैं।
उसे माफ़ कर देने के बाद भी जब मन मे उसके लिए क्रोध पलता है,
उसे भुला देने के बाद भी उसकी याद में जब ये दिल जलता है,
जब उसको याद करते करते सोता हूँ मैं,
केवल तब सिर्फ तब रोता हूँ मैं।।
©Aman Sinha
#केवल_तब_सिर्फ_तब_रोता_हूँ_मैं ।।