"तेरे मेरे दरमियान कुछ भी नहीं
मगर कुछ तो है
तू नहीं है चल तेरी याद सही
मगर कुछ तो है।
तू मेरे साथ नहीं
इस बात का मुझे गम तो है
तेरी याद में आंखें मेरी
थोड़ी नम तो हैं
चल जो भी हो सुकून बस इस बात का है
तू जिसके साथ भी है
कम से कम खुश तो है।
तेरे साथ वक्त बिताने कि
चाहत तो थी
अगर सच कहूं मुझे तेरी
जरूरत तो थी
मेरे बाग़ में वो फूल खिला नहीं
तो क्या हुआ
कहीं और सही वो फूल
महफूज तो है।
thank you
for listening
-Mantavya__
"