"तु रूठ ले चाहे मुझसे तुझे जितना भी रूठना है
तेरे हर दर्द को कुबूल कर के मै तुझे मनाऊँगी
ना कोई शिकवे करूँगी... ना कोई शिकायत करूँगी
बस पूरी उमर तेरा साथ निभाऊँगी
ना फिक्र है मुझे खुद की... ना फिक्र है मुझे ज़माने की
मै तेरे इश्क़ मे हद से गुजर जाऊंगी
है ना यकीन मुझपर तो बेशक आजमा कर देख लो मुझे
मै तुझे पाने के लिए खुदा से भी लड़ जाऊंगी
और इस से बड़ा सबूत दु भी तो क्या दु तुझे अपनी मोहब्बत का
मै तेरे लिए मै मर भी जाऊंगी
©kumkum singh"