चोट दे कोई तुम्हें तो रोको मत अपने आंसुओ को पानी की तरह बह जाने दो याद रखना एक दिन वक्त ऐसा आयेगा
आपके हर एक आंसू का भार होगा
आप खड़े होगे कचहरी में वकील भी आपका ,
और जज भी आपका होगा और
वहां पर बैठे हर एक इंसान की आवाज में
आपके लिए सिर्फ इंसाफ होगा..
©Nitya
#Man