अब दर्द कुछ ऐसे है,बताए भी जाते नही.
ऐसे अफसाने भी है बहुत,अब सुनाए भी जाते नही!!
भूल जाना है अब मुश्किल जिन्हे,
याद करना भी अब आसा नहीं!!
बिन बहारों के अब इस बाग में गुल खिलाए भी जाते नही,
रोज तो ऐ जिंदगी,घर बसाए भी जाते नहीं!!
बहुत शिकवे है जिंदगी से,जिंदगी में मेरी,
दिल में रखना भी मुश्किल हे जिन्हें, लबों पे लाए भी जाते नहीं!!
R.P✍️*Bebo
24/12/2024
1.06 Am
©Bebo
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