आगे अँधेरा सुनसान रास्ता था, हिम्मत कर हम आगे बढ़ें
"आगे अँधेरा सुनसान रास्ता था, हिम्मत कर हम आगे बढ़ें और मंजिल तो मेरी यही तक थी कुछ वक्त लग गए आते आते सोचा कि जिंदगी जी लूं कुछ इस कदर से क्या पता लगता है जिंदगी मिले ना हमें दोबारा यहां पर आने के बाद जाते जाते हैं"
आगे अँधेरा सुनसान रास्ता था, हिम्मत कर हम आगे बढ़ें और मंजिल तो मेरी यही तक थी कुछ वक्त लग गए आते आते सोचा कि जिंदगी जी लूं कुछ इस कदर से क्या पता लगता है जिंदगी मिले ना हमें दोबारा यहां पर आने के बाद जाते जाते हैं