White दूरियों भरी शाम को और चांद को निहारती हुई पत्नी ने,
एक रोज़ अपने पति से कहा, "तुम्हारी याद आ रही है।"
उधर से पति ने बोला, "रुको, मैं तुमसे बाद में बात करता हूं,
अभी ऑफिस के एक दोस्त से काम की बात हो रही है।"
पत्नी की आँखों में उदासी छा गई,
चांदनी रात में भी दिल भारी हो गया।
उसने सोचा, क्या अब हमारे रिश्ते में वो प्यार नहीं,
या ऑफिस के काम में ही सारा वक्त बीत गया।
चांद भी जैसे उसके दर्द को समझ रहा था,
उसकी रौशनी में भी अब वही चमक नहीं थी।
पति की बेरुखी ने उसके दिल को तोड़ दिया,
उसकी आँखों में अब सिर्फ आंसुओं की नमी थी।
रात गहराती गई, पर वो वहीं बैठी रही,
चांदनी के संग अपने आंसुओं को मिलाती रही।
शायद कभी वो भी समझेगा उसके दिल की बात,
शायद कभी फिर से उनके प्यार में वही मिठास आएगी।
©#Mr.India
दूरियों भरी शाम को और चांद को निहारती हुई पत्नी ने,
एक रोज़ अपने पति से कहा, "तुम्हारी याद आ रही है।"
उधर से पति ने बोला, "रुको, मैं तुमसे बाद में बात करता हूं,
अभी ऑफिस के एक दोस्त से काम की बात हो रही है।"
पत्नी की आँखों में उदासी छा गई,
चांदनी रात में भी दिल भारी हो गया।
उसने सोचा, क्या अब हमारे रिश्ते में वो प्यार नहीं,