"20 Lakh crores अब तो बस थोड़ी सी यादें ही बची है,
पता नहीं कैसी मुसीबत की घड़ी है।
मोदी जी से उम्मीदों की आस तो लगी है,
कब आएगी वो घड़ी जहाँ Lockdown नहीं है।
(Ananya Garg)"
20 Lakh crores अब तो बस थोड़ी सी यादें ही बची है,
पता नहीं कैसी मुसीबत की घड़ी है।
मोदी जी से उम्मीदों की आस तो लगी है,
कब आएगी वो घड़ी जहाँ Lockdown नहीं है।
(Ananya Garg)