हो सकता है कि सायाद वक़्त के साथ भर जाए ज़ख्म, पर इन आंसुओं का हिसाब कौन देगा, जिन बेकसूरों ने गवाई जान अपनी, उनकी लाशों का हिसाब कौन देगा! #confused Quotes, Shayari, Story, Poem, Jokes, Memes On Nojoto