"वो बारिश का मौसम वो हम दोनों का संग," वो तुम्हारी मुस्कुराहट ,
जिसे देख मेरा हाल तंग,
वो बरसात में तेरा भिगना ,
तेरे लब्ज़ों का जुबां पर रुकना,
कभी तेरा रुठना ,मेरा मनाना,
जब बात घर जानें कि आतीं
तेरा सहम जाना,
एक रोज तुमने कहा इंतजार नहीं करते,
हद तो तब हो गयी जब कहाँ हमसे प्यार नहीं करते ।
#barish