नीलकंठ तू महादेव है
गंगा धरे जन के लिए
विरह भोग करा जन कल्याण
संसार बचाने को विष पिए
कैलाश बसे जन जन के बीच
कैलाशपति तुम महादेव
गिरिराज पुत्री संग ब्याह रचाया
गौरी पति तुम शिव त्रिदेव
आनंदतांडव कर संसार रचाए
रुद्र तांडव करे विनाश
सब जीवों से समान प्रेम तुझे
तेरे भक्त का तुझे प्रणाम
©Kusum Rawat
#Shiva