किसी का दिया एक गुलाब कोई अपने किताबों में संभाल रखा है..
उसकी यादों को कोई अपने दिल से आज भी सम्भाल रखा है..
पत्तियां मुर्झा गयी है लेकिन अह्सास अभी तक संभाल रहीं हैं..
वो शख्स पास तो नहीं है लेकिन पास होने का अह्सास दिला
रही है..
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फर्क़ होता है खिले और मुरझाए गुलाबों में..
कोई खिल कर भी यादें ताजा नहीं कर पाता...
कोई टूट कर मुर्झा कर अह्सास दिला जाता..
गुलाब उसे भी बहुत कुछ याद दिला देगी...
देगा कोई भी उसे याद मेरी ही दिला देगी...
लेकिन अब तो नफरत सी हो चुकी है उन गुलाबों से..
सच कहूँ तो आग लगा दिया हूं उन किताबों को..
जहां याद दिल को कमज़ोर बना दे..
जहाँ हाथ अपने ही हाथो से खून निकाल दे..
जहाँ आखें किसी के सामने नम हो जाये..
वहाँ इंसान तो क्या खुदा भी जीते जी मर जाये....
©Rv goswami
#Yadein #Nojoto
#HeartBreak