जवानी में कहीं ग़ज़लें अधूरी छूट जाती है, कहीं ख्व | हिंदी Shayari
"जवानी में कहीं ग़ज़लें अधूरी छूट जाती है, कहीं ख्वाहिशें तो दिल में ही टूट जाती है, जुदाई में उससे कई बातें करता हूं, मुलाकातों में जो अक्सर छूट जाती है...."
जवानी में कहीं ग़ज़लें अधूरी छूट जाती है, कहीं ख्वाहिशें तो दिल में ही टूट जाती है, जुदाई में उससे कई बातें करता हूं, मुलाकातों में जो अक्सर छूट जाती है....