गम कितना भी हो आँखो में नमी ना रहे..
मंजिल मिले ना मिले कोशिशों में कमी ना रहे.
इक और कल का बहाना बनाओ ना यारो
क्या पता कल रहे पर जिन्दगी ना रहे .
वो गलत है तो उन्हें इत्तला कर दो
जरूरी ये नही कि हम भी सही ना रहे
मिले जब थोड़ी सी खुशिया तो बाँट दो सबको
क्या पता कल वो खुशी ना रहे ..
इक मेरे भरोसे पे तुम रहो ना "एम पी"
क्या पता कल हमी ना रहे .
मुस्कराते रहो यारो