Unsplash इस बार ज़ब घर से वापिस हॉस्टल जाउंगी
तो पहुंच कर उस अनजान शहर में तेरी एक झलक को तरस जाउंगी
दौड़ कर बस तेरे करीब आ तुझे गले से तो लगाना चाहूंगी ..
पर मैं जानती हूँ कि मैं तुझे वाह ना पके बस उदास सी अपने कामों में उलझ जाँऊगी..
हं भूलूंगी तुझे तब भी नहीं...
और बस तुझसे मिलने कि आस लगाउंगी...
पर तुझसे ना मिल पाने पर ना मैं सच में बिकहर जाउंगी...
❤️💛🫂🤗❤️
©राधे राधे
#lovelife