"मेरे मन की व्यथा मेरा भोला ही जाने।
मेरे हर दर्द की दशा मेरा भोला ही जाने।।
वो ही जग में सबके दुख सुख को छाने।
सब पराये हैं गौतम शिव को अपना माने।।
वो महादेव बाबा नीलकंठ हलाहल वाला।
मैं दास बाबा का घर मेरा उसका शिवाला।।
वो सबके कर्म ज्ञान शकल भाग जगाने वाला।
हर विपदा धारण करता हर पाप मिटाने वाला।।
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