सोचता हूँ कि अब ।
इन हाथों , उस कॉफी , खाली कुर्सी , और मेरी आँखों मे क्यु वो अब बात नही ....?
जवाब मिलता है ।
इन हाथो में अब तेरा हाथ नही ।
उस कॉफी में तेरे प्यार की मिठास नही ।
खाली कुर्सी में तेरे जज्बात नही ।
और मेरी आँखों को तेरा दिदार नही ।
इसलिए
इन हाथो , उस कॉफी , खाली कुर्सी , और मेरी आँखों में वो अब बात नही ।
.....MARAV.....
नो नीड केप्शन