वो पैदा हुआ मुझे परेशान करने ,
मुझे परेशान देखकर रुक न पाया ,
लड़ लिया मेरे लिए किसिसे भी ,
जिस किसीने भी मेरा दिन बिगाड़ा ,
चुप रहकर भी प्यार जताया ,
बिना मांगे बहुत कुछ दे दिया ,
डाट दिया कभी पापा की तरह
मना लिया कभी एक दोस्त की तरह
परवरिश की एक मां की तरह
झगड़े कभी एक छोटे खिलौने के लिए ,
आज मेरे लिए कुछ भी दे देता है ,
ऐसा प्यार और कोई नहीं ,
मेरा प्यारा भाई ही कर सकता है ।
-राही गांधी✍️