नज़्मों की महफ़िलें बस नाम की हुवा करती थी मक़सद सिर्फ़ शब-ए-हिज्र के खेमे में भीड़ जुटाना होता। -भारती कश्यप ©Bharti kashyap #महफ़ील Quotes, Shayari, Story, Poem, Jokes, Memes On Nojoto