White जिंदगी का चेहरा भी यार,बहुत खूब नज़र आता है
किसी को चांद मामा,किसी को महबूब नज़र आता है
भगवान का घर सबके लिए एक-सा ही तो होता है
किसी का हक कमजोर,कोई मजबूत नज़र आता है
शक्ल एक-सी,शरीर एक-से,हाथ पांव सब एक-से
कोई देवता लगे,तो कोई मलिन,अछूत नज़र आता है
मां-बाप, देश-ओ-समाज की किसको पड़ी है भाई
मुझे तो हर शख्स,खुद में ही मशरूफ नज़र आता है
उसको पता ही नहीं,क्या समझते हैं सब "नीतेश"
वो खामखां,अपने आप में ही मगरुर नज़र आता है
©IG @kavi_neetesh
#sad_dp
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