मेरे घर से तेरा घर ज्यादा दूर नहीं, मैं तुझे देख | हिंदी Shayari
"मेरे घर से तेरा घर
ज्यादा दूर नहीं,
मैं तुझे देख ना पाऊं
मै इतना मजबूर नहीं...
मगर तुमसे मिलकर या तुम्हें छूकर तुम्हें प्यार करूं
मेरी मोहब्बत में ऐसा कोई दस्तूर नहीं.... ❤️❤️"
मेरे घर से तेरा घर
ज्यादा दूर नहीं,
मैं तुझे देख ना पाऊं
मै इतना मजबूर नहीं...
मगर तुमसे मिलकर या तुम्हें छूकर तुम्हें प्यार करूं
मेरी मोहब्बत में ऐसा कोई दस्तूर नहीं.... ❤️❤️