मौसम बड़ा सुहाना है,
लोग कहते दीवाना है।
जो है अपनी नज़रो में,
बात वही बतलाना है।
हृदय स्पंदन के स्वर को,
यार मुझे तुझे सुनाना है।
साँसों की क्या बात कहुँ,
प्रेम पुष्प से महकना है।
रब से मांगू यही दुआँ मैं,
जग को अपना बनाना है।
©अनिल कसेर "उजाला"
दीवाना है