White .....माँ.....
हर माँ तो बस माँ ही तो होती है
महसूस करती है वो जो हम सोच नहीं सकते
हमारी आने वाली बालाओ को बस एक दुआ से रोक लेती है
रुक जा लल्ला तनिक तुझे जी भी निहार लूँ ये कहती हैं
खाने के बक्से के साथ झोली भर ममता परोस देती हैं
एक ठोकर भी लगे तो अपने पल्लू की पट्टी बांध देती हैं
बदन तपने लगे बुखार से तो वही पल्लू गीला कर माथे पर बांध देती हैं
माँ तो जनाब और क्या बस माँ ही तो होती हैं..
©Mukesh kolasariya
आज का विचार#माँ #