White कितने खुश थे हम साथ में न
बिछड़ना तो मुकद्दर में लिखा था ,
जिसमे मेरी कोई ख़ता और तुम्हारी कोई गलती नहीं,
मुँह फ़ेर लोगी आज तो क्या मिलेंगे कल नहीं ?
मिलना तो है फिर उसी पुराने मोड़ पे जहाँ सब शुरू हुआ था ,
क्योंकि दोस्ती और मोहब्बत में रास्ते बदलते हैं मंज़िल नहीं ।।
©Utpal
#where_is_my_train