थोड़ा लिखा और ज्यादा छोड़ दिया। आने वाले के लिए रा | हिंदी शायरी
"थोड़ा लिखा और ज्यादा छोड़ दिया।
आने वाले के लिए रास्ता छोड़ दिया।।
लड़कियां इश्क में कितनी पागल होती है।।
फोन बजा और चूल्हा जलता छोड़ दिया।।
तुम क्या जानो उस दरिया पर क्या गुजरी है।
तुमने तो बस पानी भरना छोड़ दिया।।
तहज़ीब हाफी साहब...."
थोड़ा लिखा और ज्यादा छोड़ दिया।
आने वाले के लिए रास्ता छोड़ दिया।।
लड़कियां इश्क में कितनी पागल होती है।।
फोन बजा और चूल्हा जलता छोड़ दिया।।
तुम क्या जानो उस दरिया पर क्या गुजरी है।
तुमने तो बस पानी भरना छोड़ दिया।।
तहज़ीब हाफी साहब....