फ़िक्र तो तेरी आज भी करते है हम,
बेश़क वक्त के बेरहम हाथों ने
छीन लिया है तुम्हारा दामन हमारे हाथों से
पर भूले नहीं हम उस लम्हें को
जब छूआ था तुमने प्यार से अधरों को हमारे
वो लम्हा थम गया था उस वक्त हमारे लिए
उस लम्हें की यादें अब भी जिंदा हैं ज़हन में हमारे
बस उसी एक पल के सहारे जी रहे हैं हम
जिंदगी अपनी मुस्कुराते हुए
शुक्रिया तेरा मेरी जिंदगी में आने के लिए
मेरे लफ़्ज़
©Anjana
#fiqr