White हाल ऐ दिल “
ना जाने क्यू मेरा ये दिल टूट जाता है
उम्मीद करती हूं जब जब फिर रूठ जाता है
देख के मे ख्वाब फिर बिखर जाती हूं
जाने क्यू हर दफा में अकेली रह जाती हूं
कहने को हैं लाखों शब्द किससे कहूं
करने को हैं शिकायत बहुत किससे करु
हाल ऐ दिल ने खुदको हर दफा तन्हा पाया
जब भी सोचा अब कुछ अच्छा होगा
किस्मत ने अफसोस जताया।
सच कहूं तो…,
मेरे हाल से अक्सर बवाल खड़े हो जाते हैं
अब खामोश रहूं तो ज्यादा बेहतर है
मां का आंचल अब मुझे बहुत याद आता है
जब गैरो की कही बातों से मन भर सा आता है
पिता का लाड भी बहुत सताता है
जब कोई छोटी छोटी बातों पर मुझ पे चिल्ला जाता है
यहां मानो कोई अपना नही सब एक दिखावा है
आंखों का मेरे एक छलावा है
में दूर जाना चाहती थी ,जिन चिजो से उन्ही ने मुझे घेरा है
आज समझ आया मां बाप का प्यार ही क्यों सिर्फ एक सहारा है
आंखें जब मेरी भर आती है, मां मुझे तेरी बहुत याद आती हैं
यह दुनिया आप जैसी नहीं पापा जो मेरी ग़लती पर भी मुझे समझाती है।
यहां छोटी छोटी बातों पर लोग मुझे आंख दिखाते हैं
में चूप सी रहती हू फिर भी मुझे हद दिखाते हैं।
लगता है तन्हा रहना होगा मुझे
फिर अपनी राह को चुनना होगा मुझे।
©pinky sharma 369
#good_night #sadpoetry