#उलझन # कहने को दिल में समुन्दर भरा है, पर पता नही | हिंदी Poetry
"#उलझन #
कहने को दिल में समुन्दर भरा है,
पर पता नहीं क्यों ये अंखें बस अंखमिचौली करती रह जाती है, ज़ुबान हलक में आकर अटक जाती है.
और दिल कहता है की कुछ मत कर,
इन उलझनों का भी अपना ही एक मज़ा है !
#RuDra"
#उलझन #
कहने को दिल में समुन्दर भरा है,
पर पता नहीं क्यों ये अंखें बस अंखमिचौली करती रह जाती है, ज़ुबान हलक में आकर अटक जाती है.
और दिल कहता है की कुछ मत कर,
इन उलझनों का भी अपना ही एक मज़ा है !
#RuDra