काश वो काश वो काश वो
पर वो ही क्यू
कोई और क्यू नहीं
क्या उसका बिना जिंदगी तेरी रही नहीं
क्या उसके बिना सॉस चली नहीं
क्या उसके जाने से समय तेरी लिए रुकी नहीं
तू क्यों रुकी है फिर ??
हवाओ के सहारे तू भी आसमा में चलती चल
लहरों की तरह तू भी उनके किनारे चलती चल
बारिश की बूंदे तरह हर गली में बरसती चल
देखा जाएगा जो हो रहा है वो आज कल
बिना भी उसके जिंदगी के मजे तू लेती चल
अपने पर ध्यान तू हमेशा देती चल
समय के साथ काल है तेरी और आज कल
क्यू बदला चला हैं तू आज कल
जो किया है वादा उसको तू निभाते चल
©Deepanshu kumar
#goodbadfeelings