"26 जनवरी"
ना हिंदू लिखती हूं ना मुसलमान लिखती हूं
एक लेखिका हूं बस हिंदुस्तान लिखती हूं
हिंदुओं का दिल हिंदुस्तान,मुसलमान का मान हिंदुस्तान
रक्त बह रहा लाल ना इसकी कोई अलग पहचान
जो दे मानवता का परिचय उसको सलाम लिखती हूं
रहो दोनों मुट्ठी बनकर बस यही पैगाम लिखती हूं
(ख्याल_ए_स्मिता)
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©Mrs Smita Sandeep Raghuvanshi
#SunSet