White आज फिर एक दफा ज़िंदगी को जिया
एक नजर भर देखा उसे ओर देखता ही रहा...
रंग बिरंगा सूट पहनी वो लगी किसी खिले मौसम की तरह
जब दी उसने दरवाजे पर दस्तक तो बरसी हसीं बरखा की तरह...
वो खुली जुल्फ उसकी रात कोई अमावस की तरह
वो चेहरे का नूर उसका जैसे चांद कोई पूर्णिमा की तरह...
यु सामने जब वो आती है दिल धड़कता है ताशो की तरह
आज जब पकड़ा हाथ उसका तो मन झूम उठा बदमाशों की तरह...
कुछ वक़्त मिला जो उसके साथ बीता आख़री पलो की तरह
वो शख्स मिला भटकती राहो मे ,और
आज फिर एक दफा ज़िंदगी को जीया।।।।
©mr.vivek
#Couple