बचपन से हर बात याद रखना सिखाया है जाता ,
काश कुछ भूलने का हुनर भी सिखाया जाता।
तो आज ये जो हर बात याद रखने का हुनर है,
ये इतना दिल ना दुखाता।
भूल जाते हम उन सब किस्सों को,
जिनकी वजह से आज हमारा मन सुकून नहीं पाता।
याद रखने की आदत ने इस तरह बैचेन किया है हमें,
की चाहकर भी मन खुश नहीं रह पाता ।
©Labhanshi Agrawal(writer)
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