बेचैन मन मचलता भी है और तड़प ता भी है कभी कभी पतं

"बेचैन मन मचलता भी है और तड़प ता भी है कभी कभी पतंगों सा सुलगता भी और बुजता भी है एक पल मैं आसमान छुता भी है और निचे गिरता भी है मन बिना सवार का घोड़ा है तैज दोडता भी है और रुकता भी है मन बड़ा चंचल है यै चलता भी है और रुकता भी है SURINDER ©surender kumar"

 बेचैन मन मचलता भी है और तड़प ता भी है

कभी कभी पतंगों सा सुलगता भी और बुजता भी है
एक पल मैं आसमान छुता भी है और निचे गिरता भी है
मन बिना सवार का घोड़ा है तैज दोडता भी है और रुकता भी है मन बड़ा चंचल है यै चलता भी है और रुकता भी है
SURINDER

©surender kumar

बेचैन मन मचलता भी है और तड़प ता भी है कभी कभी पतंगों सा सुलगता भी और बुजता भी है एक पल मैं आसमान छुता भी है और निचे गिरता भी है मन बिना सवार का घोड़ा है तैज दोडता भी है और रुकता भी है मन बड़ा चंचल है यै चलता भी है और रुकता भी है SURINDER ©surender kumar

#BechainMan

People who shared love close

More like this

Trending Topic