मैं मिलूँगा तुमसे उस दुनिया में,
जहाँ पास लाकर दूर करने का रिवाज ना हो,
जहाँ हर दिन नये चहरे से प्यार ना हो,
जहाँ सिर्फ प्यार हो,
A t t a c h m e nt का खेल ना हो,
जहाँ जज़्बात का मज़ाक़ ना हो,
मैं मिलूँगा तुमसे उस दुनिया में ।
©Poetry Lover Deenu
#deenutalks